क्या दुनिया में मंडरा रहा है बाहरी दुनिया के एलियंस का खतरा। UFO देखने की घटनाओं में बढ़ोतरी

इन दिनों पूरी दुनिया में एलियन यान (Alien Spacecraft) यानी UFO (unidentified objects) देखने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है दुनियाभर में कई जगह पर एलियंस और उनके यान देखे जाने के दावे किए जाते रहे हैं| जो निरंतर बढ़ते जा रहे हैं |जो अपने आप में एक चिंता का विषय है| कुछ लोग इसे कल्पना कहते हैं| पर ये उन्ही लोगो को पता है जो एलियंस से डायरेक्ट एनकाउंटर मे रहे है|

लेकिन अब इन दावों पर चर्चा बहुत तेजी से शुरू हो गई है. इनका कारण है कि अमेरिका के खुफिया सरकारी अधिकारियों द्वारा यूएफओ और एलियंस को लेकर की गई समीक्षा रिपोर्ट जो सबको डरा सकती है|

इस लिक समीक्षा रिपोर्ट में पिछले 20 सालों में अमेरिकी नौसेना द्वारा आसमान में देखी गई (UFO) अज्ञात वस्तुओं की 120 से अधिक घटनाओं का जिक्र है |

 पिछले कुछ सालों में पूरे देश में मिलिट्री और आम लोगों ने ऐसे अनजाने यानों और आकृतियों को आसमान में उड़ते हुए देखा है जिसे पहले कभी नहीं देखा गया. इसे भारत भी अछूता नहीं रहा है|

भारत में भी कई जगह यानी दिल्ली और एनसीआर में भी इस तरह की आईडेंटिफाइड ऑब्जेक्ट यानी यूएफओ देखे गए हैं| खास तौर से मोदीनगर शहर जो दिल्ली के नजदीक है|शुरू में उड़ती हुई लाइट को ड्रोन समझा गया |लेकिन एमेच्योर एस्ट्रोनॉमर  ने  जब वीडियो को देखा तो वह ड्रोन नहीं था|जिसको समझ पाना बहुत ही ज्यादा मुश्किल था| यह घटना 13 अप्रैल 2020 घटित हुई थी

अमेरिका की अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने हाल ही में UFO देखे जाने की खबरों को आंशिक रूप से सार्वजनिक किया था. ऐसा दुनिया में पहली बार हुआ है के किसी देश की रक्षा मंत्रालय ने ऐसा किया है. 

अमेरिका में UFO देख जाने की घटनाओं को लेकर देश के खुफिया एजेंसी के प्रमुख इसको बड़ी गंभीरता से ले रहे हैं उनको पता है की  किस तरह से नासा द्वारा रेडियो  सिग्नल दूसरी गैलेक्सी में भेजे जा रहे हैं | जो हो सकता है यह उसी का नतीजा हो|

अब चीन ने एक ही ऐसी घटना का पुख्ता जानकारी सार्वजनिक की है. जिसमें कहा गया है की 19 अक्टूबर 1998 को हेबेई प्रांत के कांगझोउ मिलिट्री एयरबेस के ऊपर UFO उड़ते हुए देखे गए थे|उन्होंने इस UFO को इंटरसेप्ट करने के लिए अपने दो फाइटर जेट भेजे गए थे. ये UFO मिलिट्री एयरबेस के ऊपर बहुत ही कम ऊंचाई पर उड़ रहा था. इसके  रंग,आकार आज तक की लेटेस्ट टेक्नोलॉजी में कहीं भी देखने में नहीं आता था. इस एलियन यान के मध्य भाग से दो रोशनी की किरणें मिलिट्री एयरबेस पर पड़ रही  थीं. जैसे ही चीन के एयरफोर्स फाइटर जेट्स इसके पास पहुंचे यह 20 हजार मीटर की ऊंचाई  पर तेजी से पहुंचकर गायब हो गया. इनको रडार भी पकड़ने में नाकाम रहा |

अब वैज्ञानिक यह भी सोचने पर मजबूर हुए हैं कि एलियंस अगर आते भी हैं तो इतनी जल्दी कहां गायब हो जाते हैं क्या उनके पास ऐसी स्पेस टेक्नोलॉजी है जो हमारी स्पेस टेक्नोलॉजी से बहुत ही ज्यादा एडवांस है|

यह तो यहां तक कहते हैं कि एलियंस हमारी इस ग्रह पर पिछले कुछ सालों से रह रहे हैं|

हालांकि ये एक जांच का विषय है, लेकिन इन सबके बीच इंटरनेशनल कोएलिशन फॉर एक्स्ट्राटेरेस्ट्रियल रिसर्च (आईसीईआर) के उपाध्यक्ष गैरी हेसेल्टाइन ने दावा है कि एलियन अंतरिक्ष से नहीं, समंदर से आ रहे हैं क्योंकि वही ऐसी जगह है जहां पर मनुष्य अब तक हर जगह नहीं पहुंच पाए हैं खाली 5% समुद्र के बारे में ही हम जानते हैं|

हाल में ही एक वीडियो लीक हुआ था जिसमें एक एलियन शिप समुद्र के ऊपर उड़ते हुए गायब हो गया था |वीडियो में अमेरिकी नौसेना का एक जहाज उड़ती हुए ऑब्जेक्ट्स के पीछे था, उससे शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि एलियन बेस पानी के नीचे है. 

पूर्व अमेरिकी पुलिस अधिकारी गैरी ने कहा कि यूएफओ (UFO) को अक्सर पानी के अंदर और बाहर आते देखा जाता है, इसलिए उनका संदेह है कि हमारे गहरे (sea) महासागरों और  (trench) खाइयों में एलियन बेस  हो सकते हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि सुनने में बड़ा ही अजीब लगता है की हम सिर्फ 5 प्रतिशत ही महासागर (sea)  के बारे में जानते है.

वैज्ञानिकों के द्वारा यह भी कहा गया है कि स्पेस में उनका जो बेस  है वह चंद्रमा भी हो सकता है हम जो चंद्रमा देखते हैं वह सामने का देखते हैं लेकिन पीछे का चंद्रमा जिसको हम डार्क साइड ऑफ द मून भी कहते हैं आज तक अछूता रहा है|

Astrophysicist Stephen Hawking  (स्टीफन हॉकिंग ) ने एक बार चेतावनी दी थी की "मानवता को विदेशी सभ्यताओं (Alien civilization) के संपर्क में आने से सावधान रहना चाहिए"

अपने बाद के वर्षों में, हॉकिंग ने बार-बार मानव जाति के विदेशी सभ्यताओं से मिलने के खतरों के बारे में चेतावनी दी। स्टीफन हॉकिंग के साथ अपनी 2010 की वृत्तचित्र श्रृंखला इनटू द यूनिवर्स में, उन्होंने सुझाव दिया कि पृथ्वी पर जाने के लिए पर्याप्त रूप से उन्नत विदेशी सभ्यताएं शत्रुतापूर्ण हो सकती हैं।

उन्होंने कहा, "ऐसे उन्नत एलियंस शायद खानाबदोश बन जाएंगे, जो भी इन ग्रहों तक पहुंच सकते हैं शायद वह उन्हें जीतना और उपनिवेश बनाना चाहते होंगे।" "कौन जानता है कि उनकी सीमाएं क्या होंगी?" और 2016 के वृत्तचित्र स्टीफन हॉकिंग के पसंदीदा स्थानों में, हॉकिंग ने अपने विचारों को दोहराया: "एक उन्नत सभ्यता से मिलना बिल्कुल ऐसा हो जैसे मूल अमेरिकियों  का कोलंबस से मिलना। यह इतना अच्छा नहीं निकला।"

क्या एलियन धरती पर आ चुके हैं क्या एलियन ने धरती पर अपना अड्डा बना लिया है क्या दूसरे एलियन सिविलाइजेशन की खोज के लिए साइंटिस्ट जो रेडियो सिगनल दूसरी गैलेक्सी में भेज रहे हैं क्या वह सही है आपको क्या लगता है जरूर बताएं कमेंट सेक्शन में और पोस्ट को लाइक और शेयर करना ना भूले

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