75 यात्रियों की जान आई आफत मे आधे घंटे का सफर हुआ दो घंटे का जब प्लेन का लैंडिंग गियर नहीं खुला ।

हुआ यो बुद्धा एयरवेज का एयरोप्लेन विराटनगर के लिए काठमांडू एयरपोर्ट से उड़ा लेकिन एक ऐसी घटना घटी जिसने यात्रियों के होश उड़ा दिए जब प्लेन का लैंडिंग गियर किन्ही कारणों से खुल नही पाया । जिससे विराटनगर मे एयरोप्लेन का उतरना नामुमकिन हो गया।

75 यात्रियों की जान आई आफत मे आधे घंटे का सफर हुआ दो घंटे का जब प्लेन का लैंडिंग गियर नहीं खुला ।

इस घटना के बाद बुद्ध कम्पनी के विमान को दोबारा काठमांडू ले जाया गया और कई बार विमान की फोर्स लैंडिंग कराने की पुरजोर कोशिश की गई, लेकिन हर बार उनको नाकामी ही हाथ लगी. आखिरी कोशिश में विमान का लेंडिंग गियर आश्चर्य जनक रूप से खुल गया और उसकी सफलता पूर्वक लैंडिंग हो सकी।

इस दौरान विमान लगातार दो घंटे तक हवा मे काठमांडू एयरपोर्ट का चक्कर लगाता रहा जिससे यात्रियों का कलेजा मुंह मे आ गया प्लेन क्रैश होने के डर की वजह से।

विराट नगर मे सुबह के तकरीबन 9 बजे विराट नगर एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) को जानकारी दी गईं  कि काठमांडू से विराटनगर आया बुद्ध एयरवेज  का प्लेन BH-702; ATR-72 विमान के  लैंडिंग गियर (विमान का पिछला पहिया) में अचानक बहुत भारी गडबड़ी होने के कारण बिना लैंड किए इमरजेंसी मे वापस काठमांडू एयरपोर्ट की तरफ जा रहा है.

यह बात सुनते ही सब जगह अफरातफरी मच गई। काठमांडू के त्रिभुवन एयरपोर्ट पर आपात लैंडिंग के लिए तैयारी की जाने लगी ।क्योंकि यह एक ऐसी समस्या है जो सिर्फ इमरजेंसी फोर्स लैंडिंग के द्वारा ही हल हो सकती थी। इसमे प्लेन क्रैश होने की पूरी संभावना हो जाती है।

यात्रियों ने सोचा की समस्या छोटी होगी और किन्ही कारणों से विमान एयरपोर्ट का चक्कर लगा रहा होगा। कभी कम विजिबिलिटी तो कभी मौसम और कभी तकनीकी कारणों से बिना लैंड किए विमान का एयरपोर्ट के ऊपर चक्कर लगाना या  वापस आना नेपाल में आम माना गया है. पर जब विराट नगर एयरपोर्ट पर विमान के नहीं उतरने की जानकारी एयर होस्टेस ने यात्रियों को दी. तो उनके होश फाख्ता हो गए।

विराट नगर एयरपोर्ट में लैंड नहीं होने कारण और काठमांडू के ऊपर आसमान में करीब दो घंटों तक बुद्ध एयर का वो विमान उड़ान भरता रहा तो यात्रियों के मन में तरह-तरह की शंकाएं पैदा हो गई और उन्होंने भगवान को याद करना शुरू कर दिया।

काठमांडू के त्रिभुवन एयरपोर्ट पर उस विमान के पायलट ने कई बार आपात लैंडिंग कराने की कोशिश की लेकिन हर बार वो असफल रहे. नीचे एयरपोर्ट पर आपात लैंडिंग की सारी तैयारी पूरी कर ली गई थी पूरा एयरपोर्ट विमान के क्रैश होने की सूरत में आपात कालीन बचाओ अभियान के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुका था।

इतने देर तक हवा मे रहने के कारण विमान का ईंधन भी बिलकुल खत्म हो गया था। तो एयरहोस्टेज के द्वारा अनाउंस किया गया कि आखिरी बार विमान को लैंड कराने की पुरजोर कोशिश की जा रही है. पहले फोर्स लैंडिंग की बात और फिर आखिरी कोशिश की जानकारी की बात से तमाम यात्री घबरा गए।उन्होंने सोचा यह शायद उनका आखिरी सफर हो।

तभी एक चमत्कार हो गया आखिरी कोशिश मे  विमान का ईंधन खतम होने से पहले चमत्कारिक रूप से लैंडिंग गियर आपने आप खुल गया। जिससे विमान सुरक्षित रूप से काठमांडू के त्रिभुवन एयरपोर्ट पर लैंड हो पाया।

पायलट की सूझबूझ से न सिर्फ 75 लोगो की जान बच पाई बल्कि नीचे  लोगो के जानमाल के नुकसान को भी बचा लिया गया।

इसके बाद यात्रियों के साथ-साथ एयरपोर्ट पर भी सभी ने चैन की सांस ली. सुबह 8:30 बजे काठमांडू  त्रिभुवन एअरपोर्ट से उड़ा ये विमान लगातार दो घंटे तक हवा में उड़ने के बाद ठीक 10:35 मिनट पर लैंड हुआ.

यह एक चमत्कार ही था की 75 लोगो की जान इस घटना मे बच पाई।ऐसी घटना दुबारा न हो तो इसके लिए काठमांडु एयरपोर्ट के अफसर ने जांच बैठा दी है और यात्रियों को यह असुविधा दुबारा ना हो इसके लिए एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस चेक  पर भी जोर दिया है।